भारत की आर्थिक विकास की प्रभावित करने वाले घटको का वर्णन करें?
आर्थिक विकास प्रति व्यक्ति उत्पादन की मात्रा में वृद्धि को बताता है। प्रति व्यक्ति उत्पादन वृद्धि एक ओर उपलब्ध प्राकृतिक साधनों पर एवं दूसरी ओर मानवीय व्यहवार पर निर्भर है विकास कि प्रक्रिया अत्यंत जटिल होती है उस पर विभिन्न आर्थिक एवं अनार्थिक तत्वों का प्रभाव पड़ता है, जो निम्न प्रकार है-
A . आर्थिक तत्व
1. प्राकृतिक संसाधन
किसी, भी देश का आर्थिक विकास उस देश के प्राकृतिक संसाधन जैसे- भौगोलिक स्थिति, खनिज संपदा, जल संसाधन, वन संपदा, जलवायु, मिट्टी आदि पर निर्भर करता है। जिसी देश में संसाधन जितने अधिक होते हैं। वह देश उतना ही विकास करता है।2. मानवीय संसाधन
किसी भी देश का आर्थिक विकास उस देश कि श्रम शक्ति एवं जनसंख्या पर निर्भर करता है। जिस देश की श्रम शक्ति जितनी अधिक प्रबल होगी वह देश उतना ही विकसीत होगा।3 पूँजी निर्माण
आधुनिक आर्थिक विकास का मूल आधार पूँजी है। पूँजी निर्माण का अर्थी बचत करने एवं उसके बचत को उद्योग में विनियोजित करने से है आय एवं रोजगार अवसरों की वृद्धि तथा उत्पादन की पूँजी के अधिकारिक निर्माणों पर निर्भर करता है।4 . तकनीकी परिवर्तन
किसी भी देश के आर्थिक विकास सो तकनिक परिवर्तन पर भी प्रभाव पड़ता है। जिस देश में तकनीकी परिवर्तन तेजी से होता है उस देश का विकास भी तेजी से होता है ।5. संगठन →
एक देश के आर्थिक विकास पर उस देश के संगठनात्मक पहलू का भी प्रभाव पड़ता है। जिस देश में साहसी, उधमी दूरदर्शी, महत्वकांक्षा आदि रहने वाले व्यक्ति अधिक होते है, वह देश अधिक आर्थिक विकास कर सकता है।6.वित्तिय स्थिरता
एक देश का आर्थिक विकास उस देश की वितिय स्थिती पर निर्भर करता है यदि देश मुद्रा प्रसार सीमा में रहता है तथा ब्याज पर कम रहती है तो देश का आर्थिक विकास होता है।7.पूँजी उत्पादन अनुपात
पूँजी उत्पादन अनुपात से अर्थ है कि उत्पादना की एक इकाई को लिए। पूँजी की कितनी इकाई की आवश्यकता है जिस देश में यह अनुपात जितना कम होगा, वह देश उतना ही विकास कर सकेगा।8. विकासात्मक नियोजन
यदि देश में विकासात्मक नियोजन सफल रहता है तो उस देश का आर्थिक विकास भी सफल रहता है। इस प्रकार यह आर्थिक विकास का एक घटक हैं।B. अनार्थिक घटक
1 . सामाजिक घटक
किसी देश का सामाजिक वातावरण एवं उसकी संस्थाए की आर्थिक विकास को प्रभावित करती है। जिस देश का मनुष्य सामाजिक कुरूतियों से ऊपर उठकर कार्य करता है वह देश अधिक विकसीत होता है।2. धार्मिक घटक
आर्थिक विकास पर धार्मिक भावनाओं एवं विश्वासों का प्रभाव पड़ता है धार्मिक भावनाएँ रूढ़िवादिता एवं अंधविश्वास की जन्म देती है जिसके कारण नविनता का विरोध होता है जिसके आर्थिक प्रगति में बाधा उत्पन्न होता है ।3. राजनितिक घटक →
राजनितिक घटक भी अधिक विकास को प्रभावित करता है जिस देश में राजनिति स्थायित्व, शांति एवं सुरक्षा आदि होगा उस देश का आर्थिक विकास तेजी से होगी।
4. अंतराष्ट्रीय घटक
एक देश की आर्थिक विकास पर अंतराष्ट्रीय परिस्थितियों का भी प्रभाव पड़ता है यदि अंतराष्ट्रीय स्थिति सामान्य है। और पड़ोसी देशों से अच्छा संबंध है तो आयात - निर्यात को बढ़ावा देकर आर्थिक विकास किया जा सकता है।
5. विकास की आकांक्षा
यदि किसी देश के निवासी विकास की आकांक्षा रखते है तो विकास तेज गति से होता है।